Nirmal Singh Bhangoo Biography, Property, Income, Family



इस लेख में हम PACL India Limited के संस्थापक निर्मल सिंह भंगू के बारे में बात करने वाले है। इस लेख के माध्यम से यह जानकारी मिलेगी,कि कैसे निर्मल सिंह भंगू के दूधवाले से करोडो की सम्पति का मालिक बना और कैसे अंत में जेल में गया। 

PACL India Limited के Scam के बारे में शायद आपको पता ही होगा।उसी PACL की पोंजी स्कीम का फायदा उठाकर उसने लोगो के पैसे की करोडों की सम्पति बनाई और सदी का सबसे बड़ा घोटाला किया। तो,चलिये जानते है, 60,000 करोड़ रुपए के घोटाले के मास्टर माइंड के बारे में। 

निर्मल सिंह भंगू  Nirmal Singh Bhangu


निर्मल सिंह भंगू

शुरुवाती जीवन 

निर्मल सिंह भंगू का जन्म पंजाब के बरनाला जिले में हुआ था। निर्मल सिंह एक मामूली परिवार से ताल्लुक रखते है,जिनका कोई बड़ा बिज़नेस नही था। शुरवाती दिनों में निर्मल सिंह अपने भाइयों के साथ साईकल पर दुध बेचने जाया करते थे। उसके बाद निर्मल सिंह ने ये काम छोड़कर पोलिटिकल साइंस की पढ़ाई करने लगा। निर्मल सिंह भंगू family में उसके छोटे भाई और भतीजे भी उसके बिज़नेस में बाद में शामिल हुए थे.

पोलिटिकल साइंस की पोस्ट ग्रेजुएशन होने के बाद भंगू कोलकत्ता नोकरी करने चले गया। निर्मल सिंह भंगू शुरू से ही काफी मेहनती था। कोलकत्ता में वह किसी पियरलेस नामक कंपनी में काम करता था।

कोलकत्ता से निकलने के बाद भंगू पंजाब में ही "गोल्डेन फारेस्ट" नामक कंपनी में काम करने लगा। "गोल्डन फारेस्ट" भी एक फ्रॉड कंपनी थी,जिसने पोंजी स्कीम से निवेशकों के करोड़ो रुपए का घोटाला किया। 

PACL India Limited की स्थापना

 "गोल्डन  फारेस्ट" के बंद होने के बाद निर्मल सिंह भंगू बेरोज़गार हो गया। उसने 1980 के दशक में अपनी पहली खुद की कंपनी बनाई,जिसका नाम Pearls Golden Forest (PGF) रखा। PGF लोगो को सागौन के पेड़ लगवाने के लिए निवेश करवाती थी और उसके बदले ज्यादा ब्याज दर से रिटन देने का वादा करती थी। PGF ने 1996 तक करोड़ो का मुनाफा कमा लिया था,पंरन्तु जांच एंजेंसी और इनकम टैक्स के कारण PGF बन्द हो गयी। 

उसी के बाद 1996 में ही PACL India (Pearls Agrotech Corporation limited) की शुरुवात की। PACL लोगो को निवेश के लिए बुलाती थी और उन्हें ज्यादा ब्याज से पैसे रिटर्न करने की बात करती थी। PACL निवेशको के पैसे से प्रॉपर्टी ख़रीदती थी। PACL ने चैन और नेटवर्क मार्केटिंग का इस्तमाल किया और लोगो को ओर लोगो को बुलाने को कहा,जिससे PACL का मार्किट काफी जल्दी बड़ा होने लगा। PACL ने शुरुवात में लोगो को ज्यादा ब्याज से रिटर्न भी दिया,जिससे उन्हें PACL पर यकीन होने लगा।



PACL 60,000 करोड़ रुपए का घोटाला

PACL 1996 में शुरू हुई और 1998 में ही SEBI की नज़र के आ गई। जिससे राजस्थान हाई कोर्ट में मामला चला,पंरतु फैसला PACL की तरफ रहा। फिर 2013 में SEBI में मामला सुप्रीम कोर्ट में हाज़िर करवाया और सुप्रीम कोर्ट से PACL के Scam होने की पुर्ष्टि हो गयी। उसके बाद SEBI पर PACL की सारी प्रॉपर्टी बेच निवेशकों का पैसा Refund देने की जिम्मेदारी आ गयी।

 

निर्मल सिंह भंगू की 472 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त

 जैसे ही PACL के Scam का राज सामने आया,SEBI ने तुरंत निर्मल सिंह भंगू पर नज़रे तेज की और निर्मल सिंह भंगू की सिर्फ देश मे नही बल्कि विदेश में भी करोडो में प्रॉपर्टी मिली,जिसकी कीमत 472 करोड़ रुपए आयी।

भंगू के अलावा PACL की प्रॉपर्टी की नीलामी कीमत 23,000 करोड़ रुपए जुलाई,2016 में आयी। लेकिन,निवेशकों का पैसा 60,000 करोड़ रुपए है।

तिहाड़ जेल में है, भंगू

अकेले निर्मल सिंह भंगू ही नही, बल्कि इसका भाई नछत्रा सिंह, बेटा हरविंदर सिंह और भतीजा परमिंदर सिंह भी PACL Scam में शामील है। Alarming Finvest, Yashika Finlease और singh & singh township भी PACL के बड़े शेयर होल्डर है। जो अब SEBI के दायरे में है।

निर्मल सिंह भंगू अब तिहाड़ जेल में अपनी बाकी जिंदगी निकाल रहे है। और PACL निवेशक आज भी या सवाल कर रही है,की PACL का पैसा कब Refund होगा? .

Refund के लिए SEBI आज भी काम कर रही है।परन्तु,refund कब आएगा इसकी पक्की जानकारी नही है. इसी तरह की PACL Latest News के लिए आप साइट को फॉलो कर सकते है।



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